रतन टाटा की याद में पीएम मोदी का ब्लॉग, राष्ट्र के नाम गिनाई उपलब्धियां

Ratan tata

 रतन टाटा भारतीय उद्योग जगत के एक महत्वपूर्ण स्तंभ माने जाते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ब्लॉग में रतन टाटा की प्रेरणादायक यात्रा और राष्ट्र के प्रति उनके योगदान का उल्लेख करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस ब्लॉग में पीएम मोदी ने रतन टाटा की उपलब्धियों और उनकी राष्ट्र-निर्माण की भावना की विशेष रूप से सराहना की।

रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को एक समृद्ध पारसी परिवार में हुआ था। उनके परिवार की उद्योग जगत में पहले से ही अच्छी पकड़ थी, फिर भी उन्होंने अपना खुद का रास्ता चुनने का साहस दिखाया। टाटा समूह को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का श्रेय रतन टाटा को ही जाता है। उनके नेतृत्व में टाटा समूह ने अनेक उपलब्धियाँ हासिल कीं, जैसे टाटा मोटर्स की "नैनो" जैसी सबसे किफायती कार और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) जैसी कंपनियाँ। उनकी सोच ने उन्हें और टाटा समूह को वैश्विक स्तर पर पहुँचाया।

पीएम मोदी ने ब्लॉग में उल्लेख किया कि रतन टाटा सिर्फ एक व्यवसायी नहीं थे, बल्कि एक महान समाजसेवी भी थे। उन्होंने हमेशा लोगों के कल्याण के लिए काम किया। चाहे वो प्राकृतिक आपदा हो या कोई अन्य संकट, रतन टाटा ने हमेशा देश के नागरिकों के साथ खड़ा होना चुना। इसके अलावा, टाटा समूह का शिक्षा, स्वास्थ्य, और विज्ञान के क्षेत्रों में योगदान भी अमूल्य है। टाटा फाउंडेशन के माध्यम से उन्होंने शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में अद्वितीय योगदान दिया।

रतन टाटा ने हमेशा "भारत पहले" की भावना को महत्व दिया। उन्होंने न केवल अपने उद्योग का विकास किया, बल्कि छोटे और मध्यम व्यवसायों का समर्थन भी किया। प्रधानमंत्री मोदी ने उनके इस दृष्टिकोण को सराहा और कहा कि रतन टाटा का दृष्टिकोण न केवल टाटा समूह बल्कि पूरे भारतीय उद्योग के लिए एक मिसाल बना। वे अक्सर कहते थे, "व्यवसाय केवल मुनाफे के लिए नहीं, बल्कि समाज के लिए होना चाहिए।" इस सोच ने उन्हें औरों से अलग बनाया और समाज में उनकी विशेष पहचान बनाई।

रतन टाटा ने भारतीय समाज को अनगिनत योगदान दिए हैं। वे भारतीय अर्थव्यवस्था के पुनर्निर्माण में भी सहायक रहे हैं। पीएम मोदी ने उनके द्वारा किए गए सामाजिक और आर्थिक योगदान को राष्ट्र की असली संपत्ति बताया। रतन टाटा का मानना था कि किसी भी देश की उन्नति में वहां की कंपनियों का भी अहम योगदान होता है। इसी दृष्टिकोण के चलते उन्होंने कई सामाजिक परियोजनाओं में निवेश किया और गरीब तबके की मदद के लिए अनेक योजनाएं शुरू कीं।

पीएम मोदी ने ब्लॉग में यह भी लिखा कि रतन टाटा के योगदान को आने वाली पीढ़ियाँ याद रखेंगी। उनके विचार और कार्य हमें प्रेरणा देते रहेंगे। उनके जीवन से हमें सीख मिलती है कि समाज सेवा और व्यावसायिक उपलब्धियों के बीच संतुलन कैसे बनाएं। रतन टाटा का जीवन एक आदर्श उदाहरण है कि कैसे एक व्यक्ति अपने दृढ़ संकल्प और समाज सेवा की भावना के साथ बड़े बदलाव ला सकता है।

प्रधानमंत्री ने ब्लॉग के अंत में कहा कि रतन टाटा का योगदान अमूल्य है और भारत की प्रगति में उनका योगदान कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। 


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