Weather Update: पिछले 5 सालों में सबसे गर्म रहा नवंबर, अब बढ़ेगी ठंड, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
साल 2024 में हर महीने ने अपने तापमान के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ते हुए गर्मी के नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं। नवंबर भी इससे अछूता नहीं रहा। यह महीना पिछले पांच सालों में सबसे गर्म रहा, जहां दिन और रात दोनों के तापमान में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई। हालांकि, महीने के अंत तक ठंड का असर बढ़ने लगा है, और मौसम विभाग (IMD) ने आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ने का अनुमान जताया है।
मौसम विभाग की जानकारी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, इस बार ठंड की शुरुआत सामान्य मानी जा सकती है, लेकिन बारिश और बर्फबारी की कमी ने तापमान को सामान्य से अधिक गर्म बनाए रखा। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि उत्तर-पश्चिम भारत में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के कारण आने वाले सप्ताहांत में रात के तापमान में 1-2 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है। इसके बाद, अगले सप्ताह उत्तरी पहाड़ियों में बर्फबारी के चलते तापमान में फिर से गिरावट की संभावना है।
दिल्ली का तापमान और प्रदूषण
दिल्ली में मौसम का प्रभाव अब साफ दिखाई देने लगा है। नवंबर के अंतिम सप्ताह में न्यूनतम तापमान में तेज गिरावट दर्ज की गई।
25 नवंबर को न्यूनतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस था।
26 नवंबर को यह गिरकर 11.9 डिग्री सेल्सियस हुआ।
27 नवंबर को 10.4 डिग्री और 28 नवंबर को 10.1 डिग्री पर पहुंचा।
29 नवंबर को पहली बार तापमान 10 डिग्री से नीचे आया और सफदरजंग में 9.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो सामान्य से 1 डिग्री कम है।
शनिवार, 30 नवंबर को दिल्ली का अधिकतम तापमान 26 डिग्री और न्यूनतम 10 डिग्री के करीब रहने की उम्मीद है। साथ ही, हल्के कोहरे की संभावना भी जताई गई है।
ठंड की शुरुआत और उत्तर भारत के हालात
उत्तर भारत में ठंडी हवाओं और साफ आसमान के कारण ठंड तेजी से बढ़ रही है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में भी महसूस किया जा रहा है। मौसम विभाग ने हिमाचल में बर्फबारी की चेतावनी जारी की है।
प्रदूषण का संकट
दिल्ली-NCR में ठंड के साथ वायु प्रदूषण की समस्या भी गंभीर बनी हुई है। ठंडी हवाएं और कोहरा प्रदूषण के स्तर को बढ़ा रहे हैं। दिल्ली के कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) बेहद खराब श्रेणी में बना हुआ है। प्रदूषण की इस स्थिति में सांस की बीमारियों से पीड़ित लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
देशभर में मौसम का हाल
उत्तर भारत: पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी शुरू होने से मैदानी क्षेत्रों में ठंड बढ़ रही है।
दिल्ली और NCR: तापमान गिरने के साथ वायु गुणवत्ता खराब हो रही है।
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड: बर्फबारी का असर पहाड़ों में पर्यटन गतिविधियों को प्रभावित कर सकता है।
दक्षिण भारत: दक्षिण कोरिया में लगातार बर्फबारी के कारण हालात बिगड़ रहे हैं। वहां उड़ानें रद्द होने और लोगों की मौत की खबरें आई हैं।
आगे की संभावनाएं
मौसम विभाग का कहना है कि दिसंबर की शुरुआत में ठंड और तेजी से बढ़ेगी। उत्तर-पश्चिमी हवाओं के प्रभाव से उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में तापमान में और गिरावट आ सकती है। वहीं, बर्फबारी और बारिश की कमी के कारण ठंड शुष्क रहेगी।
एयर क्वालिटी की गंभीर स्थिति
दिल्ली में ठंड और कोहरे के कारण वायु प्रदूषण गंभीर समस्या बनी हुई है। विशेषज्ञों का कहना है कि प्रदूषण के इस स्तर को नियंत्रित करने के लिए सरकार और जनता को मिलकर प्रयास करने होंगे। उन्होंने सर्दियों में वाहनों और उद्योगों से निकलने वाले धुएं को कम करने की आवश्यकता पर बल दिया है।
सुझाव और उपाय
प्रदूषण प्रभावित इलाकों में बाहर निकलने से बचें।
घर के अंदर वायु गुणवत्ता बनाए रखने के लिए एयर प्यूरीफायर का उपयोग करें।
बच्चों और बुजुर्गों को ठंडी और प्रदूषित हवा से बचाने की कोशिश करें।
सर्दियों के दौरान गर्म कपड़ों का उपयोग और नियमित व्यायाम से शरीर को स्वस्थ बनाए रखें।
नवंबर 2024: एक असामान्य महीना
नवंबर 2024 ने अपने उच्चतम तापमान और तेजी से गिरते न्यूनतम तापमान के साथ एक असामान्य मौसम चक्र पेश किया। हालांकि ठंड ने दस्तक दे दी है, लेकिन बदलते मौसम के चलते आने वाले दिनों में मौसम की स्थिति और भी दिलचस्प हो सकती है। IMD के अधिकारियों ने आम जनता को सतर्क रहने और मौसम के बदलावों के अनुसार अपनी दिनचर्या को ढालने की सलाह दी है।
निष्कर्ष
भारत में नवंबर 2024 ने एक ओर जहां रिकॉर्ड गर्मी के आंकड़े दर्ज किए, वहीं महीने के अंत में ठंड ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। आने वाले दिनों में ठंड बढ़ने और बर्फबारी के चलते मैदानी क्षेत्रों में तापमान गिरने की संभावना है। वहीं, प्रदूषण के बढ़ते स्तर को लेकर सरकार और नागरिकों को सतर्क रहना होगा।
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