"भारतीय सेना दिवस (Indian Army Day) - इतिहास, महत्व और समर्पण"
भारतीय सेना दिवस (Indian Army Day)
हर साल 15 जनवरी को भारत में "भारतीय सेना दिवस" (Indian Army Day) मनाया जाता है। यह दिन भारतीय सेना के गौरव, बलिदान और वीरता को सम्मानित करने का दिन है।
भारतीय सेना दिवस का इतिहास
भारतीय सेना दिवस का इतिहास भारत के स्वतंत्रता संग्राम के बाद के समय से जुड़ा है। 15 अगस्त 1947 को भारत स्वतंत्र हुआ, लेकिन भारतीय सेना की कमान अब भी ब्रिटिश अधिकारियों के पास थी।
15 जनवरी 1949 को पहली बार भारतीय सेना की कमान एक भारतीय जनरल के. एम. करियप्पा को सौंपी गई।
वे ब्रिटिश सेना अधिकारी जनरल फ्रांसिस बुचर से भारतीय सेना के पहले कमांडर-इन-चीफ बने।
यह घटना भारतीय सेना के स्वदेशी नेतृत्व की शुरुआत का प्रतीक है और हर साल इसी उपलक्ष्य में 15 जनवरी को सेना दिवस मनाया जाता है।
जनरल करियप्पा ने "जय हिंद" के नारे को बढ़ावा दिया, जो आज भी भारतीय सेना की एकता और समर्पण का प्रतीक है।
भारतीय सेना की स्थापना और भूमिका
भारतीय सेना की स्थापना 1776 में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी द्वारा की गई थी। यह दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे ताकतवर सेनाओं में से एक है। भारतीय सेना का मुख्य कार्य:
1. देश की सीमाओं की रक्षा करना।
2. आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करना।
3. प्राकृतिक आपदाओं और संकटों के समय राहत कार्यों में मदद करना।
भारतीय सेना की भूमिका केवल युद्ध तक सीमित नहीं है, बल्कि यह संकट के समय आम नागरिकों के साथ खड़ी रहती है।
भारतीय सेना दिवस का महत्व
भारतीय सेना दिवस भारतीय जवानों और अधिकारियों के साहस और बलिदान को याद करने का दिन है।
यह दिन भारतीय सेना के शहीदों को श्रद्धांजलि देने और उनकी वीरता को सलाम करने का अवसर है।
सेना दिवस न केवल सैन्य अधिकारियों और जवानों के लिए गर्व का दिन है, बल्कि यह पूरे देश के लिए सेना की ताकत और सेवा को मान्यता देने का समय है।
इस दिन सेना के जवानों को उनकी बहादुरी और अद्वितीय योगदान के लिए वीरता पुरस्कार और अन्य सम्मान प्रदान किए जाते हैं।
सेना दिवस समारोह
हर साल इस दिन भारतीय सेना द्वारा विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
1. परेड और प्रदर्शन
नई दिल्ली के दिल्ली कैंट में स्थित करियप्पा परेड ग्राउंड पर सेना दिवस के मुख्य कार्यक्रम होते हैं।
भव्य सेना परेड का आयोजन किया जाता है, जिसमें भारतीय सेना की ताकत, आधुनिक हथियार, टैंकों और विमानों का प्रदर्शन होता है।
यह परेड भारतीय सेना की अनुशासन, कुशलता और आधुनिकता का प्रतीक है।
2. वीरता पुरस्कार वितरण
इस दिन सेना के जवानों और अधिकारियों को सेना मेडल, वीर चक्र, परम विशिष्ट सेवा मेडल जैसे सम्मान दिए जाते हैं।
ये पुरस्कार उनकी बहादुरी और सेवा को मान्यता देते हैं।
3. शहीदों को श्रद्धांजलि
भारतीय सेना के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए अमर जवान ज्योति पर समारोह आयोजित किए जाते हैं।
भारतीय सेना की उपलब्धियां
भारतीय सेना ने स्वतंत्रता के बाद से कई सफल अभियान चलाए हैं और अपनी ताकत का प्रदर्शन किया है।
1. युद्धों में विजय
भारतीय सेना ने अब तक कई प्रमुख युद्धों में भाग लिया है, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं:
1947-48 का भारत-पाक युद्ध: जम्मू-कश्मीर को बचाने के लिए यह पहला युद्ध लड़ा गया।
1965 और 1971 का भारत-पाक युद्ध: 1971 में बांग्लादेश की आजादी में भारतीय सेना ने अहम भूमिका निभाई।
1999 का कारगिल युद्ध: भारतीय सेना ने पाकिस्तान के घुसपैठियों को हराकर कारगिल की चोटियों को फिर से अपने कब्जे में लिया।
2. शांति स्थापना मिशन
भारतीय सेना ने संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशनों में भी भाग लिया है और विभिन्न देशों में शांति स्थापित की है।
3. प्राकृतिक आपदाओं में योगदान
भारतीय सेना ने भूकंप, बाढ़, और चक्रवात जैसी प्राकृतिक आपदाओं के समय राहत और बचाव कार्यों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
उदाहरण: 2004 की सुनामी और 2013 में उत्तराखंड बाढ़।
भारतीय सेना के आधुनिकरण की दिशा में कदम
भारतीय सेना को विश्व स्तरीय बनाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।
1. नई तकनीकें और हथियार
आधुनिक हथियारों और उपकरणों को सेना में शामिल किया जा रहा है।
स्वदेशी रक्षा निर्माण को बढ़ावा देने के लिए "मेक इन इंडिया" पहल के तहत कई प्रोजेक्ट शुरू किए गए हैं।
2. महिला सशक्तिकरण
भारतीय सेना में महिलाओं की भागीदारी लगातार बढ़ रही है।
महिलाएं अब सेना में कॉम्बैट रोल्स और स्थायी कमीशन के तहत काम कर रही हैं।
भारतीय सेना के प्रमुख आदर्श वाक्य
भारतीय सेना के विभिन्न आदर्श वाक्य उसकी विचारधारा और समर्पण को दर्शाते हैं:
1. "सेवा परमो धर्म:" (सेवा सबसे बड़ा धर्म है)
2. "जय जवान, जय किसान" (लाल बहादुर शास्त्री का नारा)
सेना दिवस पर विशेष संदेश
सेना दिवस केवल एक उत्सव नहीं, बल्कि एक मौका है भारतीय सेना के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करने का।
यह हमें याद दिलाता है कि हम जो स्वतंत्रता और शांति का आनंद लेते हैं, वह सेना के जवानों के बलिदान और साहस के कारण है।
निष्कर्ष
भारतीय सेना दिवस एक ऐसा अवसर है, जो हर भारतीय के दिल में गर्व और देशभक्ति की भावना को बढ़ाता है। यह दिन हमें याद दिलाता है कि भारतीय सेना केवल हमारी सीमाओं की रक्षा नहीं करती, बल्कि जरूरत पड़ने पर हमारे जीवन को सुरक्षित बनाने के लिए हर संभव प्रयास करती है।
सेना दिवस के अवसर पर हम सभी को भारतीय सेना के प्रति सम्मान प्रकट करना चाहिए और उन शहीदों को याद करना चाहिए जिन्होंने हमारे लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए।
"जय हिंद।"
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