World Pulses Day (विश्व दलहन दिवस )2025: सेहत, खेती और भविष्य का पोषण
परिचय
हर साल 10 फरवरी को "विश्व दलहन दिवस" (World Pulses Day) मनाया जाता है। यह दिवस संयुक्त राष्ट्र (UN) द्वारा 2018 में घोषित किया गया था, जिसका उद्देश्य दलहन (Pulses) के पोषण और आर्थिक महत्व को उजागर करना है। दालें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और मिनरल्स का बेहतरीन स्रोत हैं और शाकाहारी आहार में मुख्य भूमिका निभाती हैं।
इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे:
✅ विश्व दलहन दिवस का इतिहास और उद्देश्य
✅ दलहन के प्रकार और उनके स्वास्थ्य लाभ
✅ भारत में दलहन उत्पादन और सरकार की नीतियाँ
✅ वैश्विक स्तर पर दलहन की मांग और भविष्य की संभावनाएँ
विश्व दलहन दिवस का इतिहास और महत्व
संयुक्त राष्ट्र (UN) ने 2016 को "अंतर्राष्ट्रीय दलहन वर्ष" (International Year of Pulses) घोषित किया था, ताकि दुनिया भर में लोगों को दलहन के महत्व के बारे में जागरूक किया जा सके। इसके बाद, 2018 में UN ने हर साल 10 फरवरी को "विश्व दलहन दिवस" (World Pulses Day) के रूप में मनाने का निर्णय लिया।
क्यों मनाया जाता है?
➡ पोषण और स्वास्थ्य लाभ: दालें प्रोटीन और फाइबर का प्रमुख स्रोत हैं, जो संतुलित आहार के लिए आवश्यक हैं।
➡ कृषि और पर्यावरण: दलहन फसलों में प्राकृतिक रूप से नाइट्रोजन-फिक्सिंग गुण होते हैं, जिससे मिट्टी की उर्वरता बढ़ती है और रासायनिक उर्वरकों की आवश्यकता कम होती है।
➡ गरीबी उन्मूलन: दलहन सस्ते और पौष्टिक खाद्य पदार्थ हैं, जो गरीब वर्ग के लिए महत्वपूर्ण पोषण प्रदान करते हैं।
➡ किसानों के लिए लाभकारी: दलहन की खेती कम पानी में भी हो सकती है, जिससे यह सूखा प्रभावित क्षेत्रों के किसानों के लिए एक अच्छा विकल्प है।
दलहन के प्रकार और उनके स्वास्थ्य लाभ
दालें (Pulses) कई प्रकार की होती हैं, और हर दाल के अपने अलग-अलग पोषण और स्वास्थ्य लाभ होते हैं।
1. चना (Chickpeas - Bengal Gram)
✅ प्रोटीन, आयरन और फाइबर से भरपूर
✅ वजन घटाने और पाचन को बेहतर बनाने में मददगार
✅ ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में सहायक
2. मूंग दाल (Green Gram - Moong Dal)
✅ हल्की और आसानी से पचने वाली दाल
✅ प्रोटीन और फाइबर का अच्छा स्रोत
✅ स्किन और बालों के लिए फायदेमंद
3. मसूर दाल (Lentils - Masoor Dal)
✅ आयरन और फोलिक एसिड से भरपूर
✅ गर्भवती महिलाओं के लिए लाभकारी
✅ कोलेस्ट्रॉल कम करने में मददगार
4. अरहर दाल (Pigeon Pea - Toor Dal)
✅ भारत में सबसे ज्यादा खाई जाने वाली दाल
✅ हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक
✅ हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद
5. उरद दाल (Black Gram - Urad Dal)
✅ हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाती है
✅ ब्लड सर्कुलेशन को सुधारती है
✅ पुरुषों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद
भारत में दलहन उत्पादन और सरकार की नीतियाँ
भारत दुनिया का सबसे बड़ा दलहन उत्पादक और उपभोक्ता देश है। यहाँ विभिन्न जलवायु परिस्थितियों में कई तरह की दालों की खेती की जाती है।
भारत में प्रमुख दलहन उत्पादक राज्य:
✅ मध्य प्रदेश – देश का सबसे बड़ा दलहन उत्पादक राज्य
✅ महाराष्ट्र – तुअर (अरहर) और चना उत्पादन में प्रमुख
✅ राजस्थान – मूंग और मसूर दाल की खेती में अग्रणी
✅ उत्तर प्रदेश – विभिन्न प्रकार की दालों का उत्पादन
✅ कर्नाटक और आंध्र प्रदेश – उरद और अरहर दाल के प्रमुख उत्पादक
सरकार की योजनाएँ और पहलें
1. राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन (NFSM): किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले बीज, तकनीकी सहायता और सब्सिडी प्रदान करना।
2. पीएम-किसान योजना: किसानों को वित्तीय सहायता देना, जिससे वे बेहतर फसल उत्पादन कर सकें।
3. न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP): सरकार हर साल दलहन फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित करती है ताकि किसानों को सही दाम मिले।
4. जैविक खेती को बढ़ावा: बिना केमिकल वाली खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार जैविक खेती मिशन चला रही है।
दलहन उत्पादन की वैश्विक स्थिति
दुनिया में सबसे बड़े दलहन उत्पादक देश:
✅ भारत – 25-30% वैश्विक उत्पादन
✅ कनाडा – मसूर और मटर उत्पादन में प्रमुख
✅ म्यांमार – अरहर और उड़द उत्पादन में महत्वपूर्ण
✅ ऑस्ट्रेलिया – चना और मसूर उत्पादन में प्रमुख
✅ रूस और चीन – विभिन्न प्रकार की दालों का उत्पादन
दलहन की वैश्विक मांग और व्यापार
✅ भारत, दलहन का सबसे बड़ा उपभोक्ता है, इसलिए इसे कई देशों से आयात करना पड़ता है।
✅ कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, म्यांमार और रूस से भारत में बड़ी मात्रा में दलहन आयात की जाती हैं।
✅ दलहन निर्यात से कई देशों को अच्छी आमदनी होती है।
विश्व दलहन दिवस 2025 की थीम (Theme)
हर साल संयुक्त राष्ट्र एक विशेष थीम घोषित करता है। 2025 की थीम अभी घोषित नहीं हुई है, लेकिन पिछले वर्षों की थीम इस प्रकार थीं:
✅ 2024: "प्लांटिंग NUTRITION, GROWING HEALTH"
✅ 2023: "पल्सेज़ फॉर ए सस्टेनेबल फ्यूचर"
✅ 2022: "लव पल्सेज़"
दलहन दिवस पर क्या करें? (How to Celebrate World Pulses Day?)
1. सोशल मीडिया पर जागरूकता फैलाएँ
✔ दलहन के पोषण और पर्यावरणीय लाभों के बारे में पोस्ट करें।
✔ #WorldPulsesDay हैशटैग का उपयोग करें।
2. हेल्दी रेसिपी ट्राई करें
✔ मूंग दाल चीला, दाल खिचड़ी, छोले-सलाद जैसी हेल्दी डिश बनाकर दूसरों को प्रेरित करें।
3. किसानों को समर्थन दें
✔ लोकल मार्केट से दलहन खरीदें और जैविक खेती को बढ़ावा दें।
4. स्कूल और कॉलेज में जागरूकता अभियान चलाएँ
✔ छात्रों को दलहन के महत्व के बारे में बताएं।
निष्कर्ष
"विश्व दलहन दिवस" सिर्फ एक दिन नहीं बल्कि पोषण, कृषि और पर्यावरण को बचाने का संदेश है। दालें ना सिर्फ हमारे स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं, बल्कि यह किसानों और पर्यावरण के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। हमें चाहिए कि हम दलहन को अपने आहार का हिस्सा बनाएं और इसकी खेती को बढ़ावा दें।
क्या आपने आज दाल खाई? अगर हाँ, तो आप भी "विश्व दलहन दिवस" मना रहे हैं!
Comments
Post a Comment