Delhi Elections results 2025: भाजपा की ऐतिहासिक वापसी, केजरीवाल की हार
8 फरवरी 2025 को दिल्ली विधानसभा चुनाव के परिणामों ने भारतीय राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है। भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) ने 26 साल बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी करने के लिए पूरी तरह से जीत हासिल की है। चुनाव आयोग के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, भाजपा ने 70 विधानसभा सीटों में से 48 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि आम आदमी पार्टी (आप) 22 सीटों पर सिमट कर रह गई।
केजरीवाल और आप के बड़े झटके
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल खुद नई दिल्ली सीट से भाजपा के प्रवेश वर्मा से 4,000 से अधिक मतों से हार गए। यह उनकी और उनकी पार्टी के लिए एक बड़ा झटका साबित हुआ। इसके अलावा, आप के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी जंगपुरा सीट पर हार गए। हालांकि, सिसोदिया ने हार स्वीकार करते हुए यह भी कहा कि भाजपा को अब क्षेत्र के लोगों के कल्याण के लिए काम करना होगा।
भा.ज.पा. का जश्न
भा.ज.पा. के मुख्यालय पर पार्टी समर्थकों ने बड़ी धूमधाम से जीत का जश्न मनाया। भगवा रंग में रंगे हुए समर्थक ढोल की थाप पर नाचते हुए पार्टी के झंडे लहरा रहे थे। पार्टी के कमल के चिन्ह वाले कटआउट्स पकड़े हुए समर्थकों ने एक-दूसरे पर गुलाल भी डाला, जो इस चुनावी जीत के प्रति उनके उत्साह को दर्शाता था।
1998 के बाद भाजपा की सत्ता में वापसी
भा.ज.पा. 1998 से दिल्ली की सत्ता से बाहर थी। लेकिन इस चुनाव ने यह साबित कर दिया कि पार्टी ने फिर से दिल्ली की जनता का विश्वास जीता है। दूसरी ओर, आम आदमी पार्टी ने पिछले 10 वर्षों में दिल्ली के राजनीतिक परिदृश्य में अपनी मजबूत पकड़ बनाई थी, और 2015 और 2020 के चुनावों में भारी बहुमत से जीत हासिल की थी।
कांग्रेस की स्थिति
कांग्रेस पार्टी, जो 1998 से 2013 तक दिल्ली पर शासन कर रही थी, पिछले दो चुनावों में एक भी सीट नहीं जीत पाई। अब, 2025 के चुनावों में कांग्रेस वापसी की कोशिश कर रही थी, लेकिन वह सफल नहीं हो सकी। कांग्रेस के नेताओं ने चुनाव परिणाम को एक संदर्भ के रूप में देखा है, जिसमें दिल्ली की जनता ने भाजपा के नेतृत्व को अपना समर्थन दिया है।
मतदान और भागीदारी
5 फरवरी 2025 को दिल्ली में 1.55 करोड़ पात्र मतदाता थे और कुल 60.54% मतदान हुआ। यह चुनावी प्रक्रिया दिल्ली के नागरिकों की सक्रिय भागीदारी को दर्शाता है, और यह साबित करता है कि दिल्ली की जनता अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर पूरी तरह से जागरूक है।
भा.ज.पा. और आप के बीच मुकाबला
चुनाव परिणामों में भाजपा की भारी जीत यह दर्शाता है कि दिल्ली की जनता ने न केवल भाजपा के विकास कार्यों को सराहा, बल्कि उसकी नेतृत्व क्षमता को भी महत्व दिया। दूसरी ओर, आप पार्टी को इस चुनाव में जनता से अपेक्षित समर्थन नहीं मिला, जिसका कारण उनकी नीतियों और कार्यों में कमी को माना जा सकता है।
निष्कर्ष
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 का परिणाम भाजपा के लिए ऐतिहासिक रहा, क्योंकि उन्होंने 26 साल बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी की है। वहीं, अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी आप को इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा। अब दिल्ली में भाजपा सरकार बनाएगी, और यह देखना दिलचस्प होगा कि वे दिल्लीवासियों के लिए कौन से बदलाव और योजनाएं लेकर आते हैं।
Comments
Post a Comment