विश्व मौसम विज्ञान दिवस (World Meteorological Day) 2025: इतिहास, थीम और महत्व

विश्व मौसम विज्ञान दिवस (World Meteorological Day) 2025: इतिहास, थीम और महत्व


भूमिका

हर साल 23 मार्च को विश्व मौसम विज्ञान दिवस (World Meteorological Day) मनाया जाता है। यह दिन विश्व मौसम संगठन (WMO - World Meteorological Organization) की स्थापना की वर्षगांठ के रूप में मनाया जाता है।


इस दिन का उद्देश्य मौसम, जलवायु और पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाना है ताकि हम जलवायु परिवर्तन और प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए तैयार रह सकें।


विश्व मौसम विज्ञान दिवस का इतिहास


1950 में, विश्व मौसम संगठन (WMO) की स्थापना हुई।


1961 से, 23 मार्च को "विश्व मौसम विज्ञान दिवस" मनाया जाने लगा।


WMO का मुख्यालय जिनेवा, स्विट्जरलैंड में स्थित है।


यह संगठन 191 सदस्य देशों के साथ मिलकर वैश्विक मौसम सेवाओं को बेहतर बनाने का काम करता है।


विश्व मौसम विज्ञान दिवस 2025 की थीम


हर साल WMO एक नई थीम जारी करता है, जो जलवायु और मौसम से जुड़ी समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करती है।


🔎 2025 की थीम के लिए WMO की आधिकारिक वेबसाइट देखें। (मैं इसे अपडेट कर सकती हूँ, अगर आप चाहें।)


पिछले कुछ वर्षों की थीम:


2024: "At the Frontline of Climate Action" (जलवायु परिवर्तन से निपटने में अग्रणी)


2023: "The Future of Weather, Climate and Water across Generations"


मौसम विज्ञान का महत्व


1️⃣ जलवायु परिवर्तन से बचाव

ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन का प्रभाव पूरी दुनिया पर पड़ रहा है।


मौसम विज्ञान हमें यह समझने में मदद करता है कि कैसे तापमान, वर्षा और समुद्री स्तर बदल रहे हैं।

2️⃣ आपदा प्रबंधन में सहायता

बाढ़, चक्रवात, सूखा और भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं से बचने के लिए मौसम की सटीक भविष्यवाणी जरूरी है।


मौसम विज्ञान की मदद से सरकारें और आम लोग समय पर अलर्ट पा सकते हैं और सुरक्षा उपाय कर सकते हैं।


3️⃣ कृषि और खाद्य सुरक्षा

किसानों को यह जानना जरूरी है कि बारिश कब होगी, तापमान कैसा रहेगा और मानसून कैसा रहेगा।


सही मौसम पूर्वानुमान से फसल उत्पादन को बेहतर बनाया जा सकता है।


4️⃣ पर्यावरण संरक्षण और हेल्थकेयर

वायु प्रदूषण, ओजोन परत की क्षति और हीटवेव्स जैसी समस्याओं को समझने में मौसम विज्ञान अहम भूमिका निभाता है।


मौसम परिवर्तन का असर मानव स्वास्थ्य पर भी पड़ता है, जिससे बीमारियों की रोकथाम में मदद मिलती है।

विश्व मौसम विज्ञान दिवस कैसे मनाया जाता है?

WMO और अन्य संस्थाएं जलवायु परिवर्तन पर जागरूकता अभियान चलाती हैं।

स्कूल और कॉलेजों में पर्यावरण संरक्षण और मौसम विज्ञान पर भाषण और वाद-विवाद होते हैं।


वैज्ञानिक और मौसम विज्ञानी इस दिन नए शोध और तकनीकों पर चर्चा करते हैं।


सोशल मीडिया पर लोग #WorldMeteorologicalDay जैसे हैशटैग का उपयोग करके जागरूकता फैलाते हैं।


मौसम विज्ञान से जुड़े रोचक तथ्य


✅ दुनिया में सबसे गर्म स्थान: डैथ वैली, अमेरिका (56.7°C)

✅ सबसे ठंडा स्थान: अंटार्कटिका (-89.2°C)

✅ सबसे ज्यादा बारिश: मासिनराम, भारत (गुवाहाटी के पास)

✅ सबसे तेज़ हवा: 372 km/h (माउंट वाशिंगटन, अमेरिका)

✅ पहला मौसम उपग्रह: TIROS-1 (1960 में लॉन्च)

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निष्कर्ष

विश्व मौसम विज्ञान दिवस (World Meteorological Day) हमें यह याद दिलाता है कि मौसम और जलवायु हमारे जीवन के हर पहलू को प्रभावित करते हैं।


आज के समय में, जब जलवायु परिवर्तन, ग्लोबल वार्मिंग और आपदाओं का खतरा बढ़ रहा है, तब हमें मौसम विज्ञान को समझने और इसके प्रति जागरूक होने की जरूरत है।


इसलिए, आइए हम सब मिलकर पर्यावरण संरक्षण और जलवायु बचाव के लिए प्रयास करें!


"मौसम को समझिए, प्रकृति को बचाइए!"


FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

Q1. विश्व मौसम विज्ञान दिवस कब मनाया जाता है?

यह हर साल 23 मार्च को मनाया जाता है।


Q2. 2025 की थीम क्या है?

WMO हर साल नई थीम जारी करता है। (आपको अपडेट चाहिए तो बता सकती हैं!)


Q3. मौसम विज्ञान का मुख्य उद्देश्य क्या है?

मौसम पूर्वानुमान, जलवायु परिवर्तन पर अध्ययन और प्राकृतिक आपदाओं से बचाव।


Q4. WMO का मुख्यालय कहां है?

जिनेवा, स्विट्ज़रलैंड में।


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