भूकंप की तबाही: 28 मार्च 2025 को म्यांमार में 7.7 तीव्रता का भूकंप, 144 लोगों की मौत


भूमिका

28 मार्च 2025 को म्यांमार में 7.7 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया, जिसने पूरे दक्षिण पूर्व एशिया को हिला कर रख दिया। इस भूकंप का प्रभाव थाईलैंड, बांग्लादेश, भारत और चीन तक महसूस किया गया। इस प्राकृतिक आपदा में 144 से अधिक लोगों की मौत हो गई और 700 से ज्यादा लोग घायल हो गए। बैंकॉक में एक 33-मंजिला इमारत के गिरने से भी कई लोग लापता हो गए। इस लेख में हम इस भूकंप के प्रभाव, कारण और सुरक्षा उपायों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

भूकंप का केंद्र और प्रभाव

भूकंप का केंद्र

यह भूकंप म्यांमार के मांडले क्षेत्र के पास आया था। अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार, इसकी गहराई 70 किलोमीटर थी।


प्रभावित क्षेत्र


म्यांमार: सबसे अधिक नुकसान यहीं हुआ, जहां कई इमारतें गिर गईं।


थाईलैंड: बैंकॉक में कई इमारतों में दरारें आईं।


भारत: पूर्वोत्तर राज्यों में झटके महसूस किए गए, हालांकि कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ।


बांग्लादेश: कुछ इलाकों में हल्के झटके महसूस किए गए।


चीन: दक्षिणी चीन के इलाकों में कंपन महसूस किया गया।


जानमाल का नुकसान

म्यांमार में 144 लोगों की मौत

700 से ज्यादा लोग घायल

थाईलैंड में 33-मंजिला इमारत गिरी

भारत और अन्य देशों में हल्का प्रभाव

भूकंप आने के कारण

भूकंप मुख्य रूप से टेक्टोनिक प्लेटों के टकराने के कारण आता है। म्यांमार में इंडो-ऑस्ट्रेलियन प्लेट और यूरेशियन प्लेट की हलचल इस भूकंप का मुख्य कारण बनी।

बचाव कार्य

सरकार और बचाव एजेंसियां राहत कार्य में जुटी हुई हैं।


रेड क्रॉस और सरकारी एजेंसियों द्वारा राहत सामग्री का वितरण


मलबे में फंसे लोगों को निकालने का प्रयास जारी


सेना और स्वयंसेवी संगठन राहत कार्य में शामिल

सुरक्षा उपाय

अगर भूकंप आता है, तो निम्नलिखित सुरक्षा उपाय अपनाने चाहिए:

1. मजबूत सतह के नीचे छुपें

2. खिड़कियों और कांच से दूर रहें

3. बिजली और गैस की लाइनें बंद करें

4. खुले मैदान में जाने की कोशिश करें

5. भूकंप के झटकों के बाद आफ्टरशॉक्स से बचाव करें

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निष्कर्ष

म्यांमार में आया यह भूकंप एक गंभीर आपदा थी, जिसने कई देशों को प्रभावित किया। इस तरह की प्राकृतिक आपदाओं से बचने के लिए हमें जागरूक रहने और सुरक्षा उपायों का पालन करने की जरूरत 


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