National Vaccination Day (राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस) 2025: जानिए इसका इतिहास, महत्व और थीम
भूमिका
स्वस्थ जीवन के लिए रोगों से बचाव सबसे महत्वपूर्ण है, और इसमें टीकाकरण (Vaccination) की भूमिका अहम होती है। टीकाकरण सिर्फ एक इंजेक्शन नहीं, बल्कि बीमारियों से सुरक्षा का एक मजबूत कवच है। भारत में राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस (National Vaccination Day) हर साल 16 मार्च को मनाया जाता है। इसे राष्ट्रीय प्रतिरक्षण दिवस (National Immunization Day - NID) के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन का मुख्य उद्देश्य टीकाकरण के प्रति जागरूकता बढ़ाना और जानलेवा बीमारियों की रोकथाम करना है।
इस ब्लॉग में आप जानेंगे:
✅ राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस का इतिहास
✅ इस दिन को मनाने का उद्देश्य
✅ टीकाकरण के लाभ और महत्व
✅ भारत में टीकाकरण अभियान और सरकारी योजनाएँ
✅ 2025 में राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस की थीम
✅ टीकाकरण से जुड़े मिथक और उनकी सच्चाई
✅ FAQs: टीकाकरण से जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्न और उनके उत्तर
National Vaccination Day(राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस) का इतिहास
भारत में पहली बार राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस 16 मार्च 1995 को मनाया गया था, जब ओरल पोलियो वैक्सीन (OPV) का पहला अभियान शुरू किया गया।
महत्वपूर्ण घटनाएँ
National Vaccination Day(राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस) 2025 की थीम
हर साल इस दिवस के लिए एक खास थीम रखी जाती है, जो उस साल के स्वास्थ्य लक्ष्यों पर केंद्रित होती है।
👉 2025 की थीम:
"Universal Immunization: Ensuring Health for All"
(सार्वभौमिक टीकाकरण: सभी के लिए स्वास्थ्य सुनिश्चित करना)
यह थीम इस बात पर जोर देती है कि हर व्यक्ति तक टीकाकरण की सुविधा पहुँचाना और बीमारियों से सुरक्षा देना जरूरी है।
National Vaccination Day(राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस) मनाने का उद्देश्य
1. टीकाकरण के महत्व को समझाना: लोगों को यह बताना कि टीके कैसे बीमारियों से बचाते हैं।
2. संक्रामक रोगों की रोकथाम: पोलियो, खसरा, टेटनस, डिप्थीरिया जैसी बीमारियों के खिलाफ सुरक्षा।
3. बच्चों और गर्भवती महिलाओं की सुरक्षा: ताकि नवजात शिशु और गर्भवती महिलाएँ गंभीर बीमारियों से बच सकें।
4. समाज में जागरूकता बढ़ाना: खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में, जहां अब भी लोग टीकाकरण से दूर रहते हैं।
भारत में टीकाकरण अभियान
1️⃣ मिशन इंद्रधनुष (Mission Indradhanush)
✅ 2014 में शुरू किया गया
✅ उन बच्चों और गर्भवती महिलाओं को टीकाकरण देना जो छूट गए थे
✅ 2021 में इसे तेज करने के लिए "इंटेंसिफाइड मिशन इंद्रधनुष" लाया गया
2️⃣ रोटावायरस वैक्सीन (Rotavirus Vaccine)
✅ 2016 में लॉन्च की गई
✅ बच्चों को डायरिया जैसी बीमारियों से बचाने के लिए
3️⃣ HPV वैक्सीन (Cervical Cancer Vaccine)
✅ महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर रोकने के लिए
✅ 9 से 14 साल की लड़कियों को दी जाती है
4️⃣ पल्स पोलियो अभियान (Pulse Polio Campaign)
✅ 1995 में शुरू हुआ
✅ 2014 में भारत को पोलियो मुक्त देश घोषित किया गया
5️⃣ कोविड-19 टीकाकरण अभियान
✅ 2021 में COVAXIN और COVISHIELD वैक्सीन दी गई
✅ अब तक करोड़ों लोगों को वैक्सीनेट किया गया
टीकाकरण के फायदे
✅ बीमारियों से सुरक्षा: टीके हमारे शरीर को संक्रमण से लड़ने की ताकत देते हैं।
✅ रोगों का उन्मूलन: पोलियो, चेचक जैसी बीमारियाँ टीकाकरण से ही खत्म हुईं।
✅ लंबी उम्र: टीका लगवाने वाले लोग स्वस्थ जीवन जीते हैं।
✅ सुरक्षित भविष्य: बच्चों को गंभीर बीमारियों से बचाने में मदद करता है।
✅ सस्ती और प्रभावी सुरक्षा: एक बार टीका लगवाने से लाखों रुपये की दवाई और इलाज के खर्च से बचा जा सकता है।
टीकाकरण से जुड़े मिथक और सच्चाई
FAQs: टीकाकरण से जुड़े महत्वपूर्ण प्रश्न
1. राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस कब मनाया जाता है?
➜ भारत में हर साल 16 मार्च को राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस मनाया जाता है।
2. राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस का मुख्य उद्देश्य क्या है?
➜ इसका उद्देश्य लोगों को टीकाकरण के महत्व के बारे में जागरूक करना और संक्रामक रोगों की रोकथाम को बढ़ावा देना है।
3. 2025 में राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस की थीम क्या है?
➜ 2025 की थीम है: "Universal Immunization: Ensuring Health for All"।
4. भारत में कौन-कौन से टीकाकरण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं?
➜ भारत में मिशन इंद्रधनुष, पल्स पोलियो अभियान, रोटावायरस वैक्सीन, HPV वैक्सीन, कोविड-19 टीकाकरण अभियान आदि प्रमुख कार्यक्रम हैं।
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निष्कर्ष
राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस हमें याद दिलाता है कि टीकाकरण हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह न केवल व्यक्तिगत सुरक्षा प्रदान करता है, बल्कि समाज को भी सुरक्षित बनाता है। आइए, इस दिन को खास बनाएं और टीकाकरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाएं!
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