International Yoga Day 2025: इतिहास, महत्व, लाभ और आज के दौर में इसकी अहमियत
🌿 अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025
प्रस्तावना: योग - एक प्राचीन भारतीय धरोहर
योग भारत की एक ऐसी अमूल्य देन है जिसने ना केवल देश में बल्कि विश्वभर में स्वास्थ्य और मानसिक शांति का मार्ग प्रशस्त किया है। आज के तनावपूर्ण और भागदौड़ भरे जीवन में योग एक ऐसा माध्यम बन गया है जो न केवल शरीर को लचीला और मजबूत बनाता है, बल्कि मानसिक संतुलन, आत्मिक शांति और आत्म-चेतना को भी जाग्रत करता है।
हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) मनाया जाता है। यह दिन केवल एक आयोजन नहीं बल्कि एक आंदोलन है, जो मानवता को प्रकृति के साथ जोड़ने और खुद के भीतर झांकने की प्रेरणा देता है। 2025 में यह दिन और भी विशेष है क्योंकि यह दुनिया भर में बढ़ते मानसिक तनाव, जीवनशैली संबंधी रोगों और सामाजिक असंतुलन के बीच योग की आवश्यकता को और अधिक दर्शाता है।
योग का वास्तविक अर्थ और महत्व
"योग" शब्द संस्कृत के "युज" धातु से लिया गया है, जिसका अर्थ होता है - जोड़ना। यह केवल शरीर और मन को नहीं बल्कि व्यक्ति और ब्रह्मांड, आत्मा और परमात्मा को जोड़ने की प्रक्रिया है। योग एक दर्शन है, एक विज्ञान है, एक जीवन पद्धति है जो आत्म-साक्षात्कार, आत्म-विकास और सामूहिक कल्याण की ओर ले जाता है।
योग की मूल अवधारणा:
शरीर और मन का संतुलन
इंद्रियों का नियंत्रण
ध्यान, प्राणायाम और आसनों का अभ्यास
आध्यात्मिक जागृति और आत्मिक उन्नति
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत का इतिहास
भारत की पहल और वैश्विक समर्थन:
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की कल्पना भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने की थी। उन्होंने 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में अपने भाषण के दौरान योग को वैश्विक स्तर पर मान्यता दिलाने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा:
> "योग भारत की प्राचीन परंपरा का अमूल्य उपहार है। यह मन और शरीर, विचार और क्रिया, संयम और पूर्ति, मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य का प्रतीक है।"
इस प्रस्ताव को 193 सदस्य देशों में से 177 देशों का समर्थन मिला, जो UN के इतिहास में एक रिकॉर्ड समर्थन था। 11 दिसंबर 2014 को UN ने 21 जून को International Day of Yoga घोषित कर दिया।
पहला योग दिवस:
21 जून 2015 को दुनिया भर में पहली बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। भारत में, नई दिल्ली के राजपथ पर 35,985 लोगों ने 84 देशों के प्रतिनिधियों के साथ सामूहिक योग अभ्यास किया, जिसकी अगुवाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं की। इस आयोजन ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड भी बनाया।
21 जून को ही योग दिवस क्यों?
21 जून ग्रीष्म संक्रांति (Summer Solstice) का दिन होता है, जो उत्तरी गोलार्ध का सबसे लंबा दिन होता है। यह दिन सूर्य और पृथ्वी के संबंध को दर्शाता है। योगिक परंपरा में यह दिन भगवान शिव के योगी रूप "आदियोगी" द्वारा अपने पहले सात शिष्यों (सप्तऋषियों) को योग की दीक्षा देने की शुरुआत का प्रतीक माना जाता है। इसीलिए इस दिन को चुना गया।
योग दिवस 2025 की थीम: "Yoga for Self and Society"
हर वर्ष योग दिवस की एक विशेष थीम होती है। 2025 की थीम है: "Yoga for Self and Society" यानी स्वयं और समाज के लिए योग। यह थीम हमें यह संदेश देती है कि योग केवल व्यक्ति तक सीमित नहीं है बल्कि इसका प्रभाव पूरे समाज और विश्व शांति पर भी पड़ता है।
योग के विविध आयाम और प्रकार
1. हठ योग:
यह योग का सबसे प्रचलित रूप है जिसमें आसन (postures), प्राणायाम (breathing exercises) और ध्यान (meditation) शामिल होते हैं।
यह शरीर और मन को नियंत्रित करने में सहायक होता है।
2. राज योग:
इसे 'योगों का राजा' कहा जाता है। इसमें मन पर नियंत्रण और ध्यान की सर्वोच्च अवस्था शामिल होती है।
पतंजलि के योगसूत्रों पर आधारित है।
3. कर्म योग:
निष्काम भाव से कार्य करना, जिसमें फल की इच्छा नहीं होती।
भगवद गीता में वर्णित प्रमुख योग मार्गों में से एक।
4. ज्ञान योग:
आत्म-ज्ञान और विवेक पर आधारित योग मार्ग। यह योग उन लोगों के लिए है जो तर्क, चिंतन और विचारशीलता में विश्वास रखते हैं।
5. भक्ति योग:
ईश्वर के प्रति प्रेम, भक्ति और समर्पण का मार्ग।
यह ह्रदय को शुद्ध करता है और भावनात्मक संतुलन लाता है।
योग अभ्यास के लाभ (Benefits of Yoga)
शारीरिक लाभ:
शरीर को लचीलापन और संतुलन मिलता है 🧘♀️
मांसपेशियां मजबूत होती हैं 💪
वजन नियंत्रित होता है ⚖️
रक्त संचार और पाचन प्रणाली सुधरती है
मानसिक लाभ:
तनाव और चिंता में राहत 😌
ध्यान और एकाग्रता में सुधार 🎯
नींद की गुणवत्ता बेहतर होती है 😴
आध्यात्मिक लाभ:
आत्म-चिंतन और आत्म-ज्ञान की प्राप्ति
आंतरिक शांति और संतुलन
जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण
योग कैसे शुरू करें: शुरुआती लोगों के लिए सुझाव
1. समय चुनें: सुबह सूर्योदय का समय सर्वोत्तम होता है।
2. स्थान: शांति से भरा, हवादार और स्वच्छ स्थान चुनें।
3. शुरुआती आसन: ताड़ासन, वृक्षासन, भुजंगासन से शुरुआत करें।
4. प्राणायाम करें: अनुलोम-विलोम, भस्त्रिका, कपालभाति।
5. ध्यान का अभ्यास: शुरुआत में 5-10 मिनट ध्यान करें।
6. नियमितता रखें: प्रतिदिन कम से कम 20-30 मिनट योग करें।
भारत के प्रमुख योग गुरु और संस्थान
1. स्वामी विवेकानंद – योग को पश्चिम में पहचान दिलाने वाले प्रथम भारतीय साधक।
2. महर्षि पतंजलि – योगसूत्र के रचयिता और अष्टांग योग के प्रवर्तक।
3. बाबा रामदेव – योग को जन-जन तक पहुँचाने का श्रेय।
4. सद्गुरु (ईशा फाउंडेशन) – आधुनिक विज्ञान और योग का संयोजन।
5. श्री श्री रविशंकर – Art of Living Foundation के संस्थापक।
🌐 आज के समय में योग क्यों ज़रूरी है?
वर्तमान समय में जब जीवन तेज़ गति से भाग रहा है, तनाव, अवसाद, उच्च रक्तचाप, मोटापा, नींद की कमी और मानसिक अस्थिरता जैसी समस्याएं आम होती जा रही हैं। डिजिटल युग में लोग घंटों स्क्रीन पर समय बिताते हैं, शारीरिक गतिविधियाँ घटती जा रही हैं और मानसिक शांति भी दूर होती जा रही है। ऐसे माहौल में योग न केवल एक विकल्प, बल्कि आवश्यकता बन चुका है। योग हमें बाहरी भागदौड़ से हटाकर भीतर की ओर लौटने का मार्ग दिखाता है। यह तन को स्वस्थ, मन को शांत और आत्मा को संतुलित करने का माध्यम है। आज के व्यस्त जीवन में रोज़ाना कुछ मिनट का योग अभ्यास तनावमुक्त, सक्रिय और संतुलित जीवन की कुंजी बन सकता है।
विश्वभर में योग दिवस के आयोजन
संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय, न्यूयॉर्क में योग प्रदर्शन
पेरिस के एफिल टॉवर के सामने सामूहिक योग
बीजिंग, शंघाई, टोक्यो जैसे एशियाई शहरों में बड़े आयोजन
ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, यूरोप में भारतीय दूतावासों द्वारा योग शिविर
सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर योग दिवस
लाखों लोग #YogaDay, #InternationalYogaDay जैसे हैशटैग से जुड़ते हैं।
ऑनलाइन योग चैलेंज, Instagram Reels और YouTube लाइव से जागरूकता बढ़ती है।
FAQs: अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
Q. क्या योग सिर्फ आसन करना है?
नहीं। योग केवल आसन नहीं, बल्कि प्राणायाम, ध्यान, जीवनशैली और दर्शन है।
Q. क्या हर उम्र के लोग योग कर सकते हैं?
हाँ, योग सभी आयु वर्ग के लिए लाभकारी है, बस उम्र और स्वास्थ्य के अनुसार आसन चुनना चाहिए।
Q. योग और जिम में क्या अंतर है?
योग मानसिक, शारीरिक और आत्मिक संतुलन देता है जबकि जिम केवल शारीरिक व्यायाम है।
Q. क्या वजन कम करने के लिए योग उपयोगी है?
हाँ, नियमित योग और संतुलित आहार से वजन नियंत्रण संभव है।
निष्कर्ष: योग को अपनाएं, स्वस्थ जीवन पाएं
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2025 केवल एक दिन का आयोजन नहीं, बल्कि संपूर्ण जीवन के लिए एक प्रेरणा है। योग को जीवन में उतारें, इसे एक दैनिक अभ्यास बनाएं और खुद को मानसिक, शारीरिक और आत्मिक रूप से स्वस्थ रखें। आइए, इस योग दिवस पर हम संकल्प लें:
> "रोज़ योग करेंगे, स्वस्थ भारत और शांतिपूर्ण विश्व बनाएंगे।"
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