World Patient Safety Day (विश्व रोगी सुरक्षा दिवस) 2025: थीम, महत्व और जागरूकता
✨ परिचय
स्वास्थ्य सेवा (Healthcare) हर व्यक्ति के जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। जब कोई रोगी अस्पताल या क्लिनिक जाता है तो उसकी सबसे बड़ी अपेक्षा होती है कि उसे सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण इलाज मिले। इसी उद्देश्य से हर साल 17 सितंबर को विश्व रोगी सुरक्षा दिवस (World Patient Safety Day) मनाया जाता है। यह दिन विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा 2019 में शुरू किया गया था ताकि दुनिया भर में रोगियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और स्वास्थ्य प्रणाली को बेहतर बनाया जा सके।
2025 में भी यह दिन एक नयी थीम के साथ मनाया जा रहा है जो स्वास्थ्य सेवा की गुणवत्ता और रोगियों की सुरक्षा को और अधिक सुदृढ़ करने पर केंद्रित है।
📌 World Patient Safety Day 2025 की Theme
"Safe maternal and newborn care for all: Building resilient healthcare systems"
(सभी के लिए सुरक्षित मातृ एवं नवजात देखभाल : मज़बूत स्वास्थ्य प्रणाली का निर्माण)
👉 यह थीम बताती है कि 2025 में दुनिया भर के स्वास्थ्य क्षेत्र का सबसे बड़ा लक्ष्य माँ और बच्चे की सुरक्षा के साथ-साथ एक ऐसी हेल्थकेयर सिस्टम बनाना है जो हर परिस्थिति में टिकाऊ (resilient) और सुरक्षित रहे।
🏥 विश्व रोगी सुरक्षा दिवस का इतिहास
2017 में WHO के सदस्य देशों ने यह तय किया कि रोगी सुरक्षा (Patient Safety) को स्वास्थ्य सेवाओं का अभिन्न हिस्सा बनाया जाना चाहिए।
2019 में आधिकारिक रूप से पहली बार 17 सितंबर को World Patient Safety Day मनाया गया।
इसका उद्देश्य है — स्वास्थ्य सेवाओं में होने वाली गलतियों को रोकना, रोगियों को सुरक्षित रखना और स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षित करना।
🌐 2025 में रोगी सुरक्षा क्यों महत्वपूर्ण है?
आज की दुनिया में हेल्थकेयर टेक्नोलॉजी तेजी से बढ़ रही है, लेकिन इसके बावजूद भी मरीजों की सुरक्षा बड़ी चुनौती बनी हुई है।
WHO के अनुसार, हर साल लाखों लोग स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी त्रुटियों के कारण प्रभावित होते हैं।
कई बार गलत दवाइयाँ, सर्जरी में त्रुटि, संक्रमण, या देखभाल की कमी से मरीजों की जान को खतरा हो सकता है।
2025 में COVID-19 महामारी के बाद की परिस्थितियों ने ये और स्पष्ट कर दिया है कि हेल्थकेयर सिस्टम को सुरक्षित और टिकाऊ बनाना समय की सबसे बड़ी मांग है।
🔑 विश्व रोगी सुरक्षा दिवस 2025 के मुख्य उद्देश्य
1. रोगियों को स्वास्थ्य सेवा की प्रक्रिया में शामिल करना।
2. डॉक्टर, नर्स और अन्य हेल्थ वर्कर्स को प्रशिक्षित करना।
3. सुरक्षित दवाइयों और उपचार पद्धतियों को बढ़ावा देना।
4. हेल्थकेयर सिस्टम को technology-driven और resilient बनाना।
5. मातृ और शिशु स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देना।
🌍 2025 की Theme का महत्व (Maternal & Newborn Safety)
WHO की रिपोर्ट के अनुसार, हर दिन दुनिया भर में लगभग 800 महिलाएँ गर्भावस्था और प्रसव से संबंधित कारणों से जान गंवाती हैं।
हर साल लाखों नवजात शिशु उचित देखभाल न मिलने की वजह से प्रभावित होते हैं।
2025 की Theme इसी कारण बेहद प्रासंगिक है क्योंकि यह माँ और बच्चे की सुरक्षा पर केंद्रित है।
रोगी सुरक्षा सुधारने के उपाय: भारत और दूसरे देशों में
1. भारत में
भारत सरकार ने रोगी सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं:
नेशनल हेल्थ मिशन (NHM) के तहत maternal और child care पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
e-Hospital और Ayushman Bharat Digital Mission जैसी योजनाएँ मेडिकल रिकॉर्ड को डिजिटल बनाने और मरीजों को सही समय पर इलाज देने में मदद कर रही हैं।
दवाइयों की सुरक्षा और infection control के लिए राष्ट्रीय दिशानिर्देश (National Guidelines) लागू किए गए हैं।
कई राज्यों में Patient Safety Committees बनाई गई हैं जो अस्पतालों में quality check करती हैं।
2. अन्य देशों में
अमेरिका (USA): यहाँ "Patient Safety Network (PSNet)" चलाया जा रहा है, जो हर हेल्थकेयर संस्था को सुरक्षित प्रथाओं पर नज़र रखने और रिपोर्टिंग सिस्टम मजबूत करने की सुविधा देता है।
यूके (UK): "National Health Service (NHS)" ने Patient Safety Alerts सिस्टम शुरू किया है ताकि हर गलती से तुरंत सबक लिया जा सके।
जापान: यहाँ तकनीक और रोबोटिक्स के ज़रिए सर्जरी और दवाइयों की त्रुटि कम करने पर जोर दिया जा रहा है।
अफ्रीकी देश: WHO और NGOs मिलकर maternal & newborn safety campaigns चला रहे हैं।
👨👩👧 जनता की भूमिका रोगी सुरक्षा में
रोगी सुरक्षा केवल डॉक्टरों और अस्पतालों की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि जनता का भी इसमें बड़ा योगदान है।
मरीजों को अपनी बीमारी और दवाइयों की जानकारी हमेशा डॉक्टर के साथ साझा करनी चाहिए।
लोगों को अस्पताल के नियमों और infection control की नीतियों का पालन करना चाहिए।
अगर कोई स्वास्थ्य संबंधी गड़बड़ी दिखे तो तुरंत स्वास्थ्य विभाग या हेल्थकेयर स्टाफ को सूचित करना चाहिए।
👩⚕️ Caretaker (देखभाल करने वाले) की भूमिका
Caretaker यानी वो लोग जो मरीजों की देखभाल करते हैं (जैसे परिवार के सदस्य, नर्स या सहायक) उनकी जिम्मेदारी भी बहुत महत्वपूर्ण है:
मरीज को समय पर दवाइयाँ देना और डॉक्टर की सलाह का पालन करवाना।
स्वच्छता का ध्यान रखना ताकि संक्रमण का खतरा कम हो।
मरीज की मानसिक स्थिति को समझकर उसे सकारात्मक माहौल देना।
किसी भी medical error या side effect को तुरंत health staff को बताना।
🛠️ विश्व रोगी सुरक्षा दिवस कैसे मनाया जाता है?
1. Hospitals & Clinics – विशेष कार्यक्रम, awareness campaigns, और training sessions का आयोजन करते हैं।
2. Governments – policies और नई healthcare guidelines जारी करती हैं।
3. Communities – health camps, workshops और patient counseling आयोजित करते हैं।
4. Digital Media – #WorldPatientSafetyDay के ज़रिए global awareness फैलाई जाती है।
🩺 रोगी सुरक्षा के लिए WHO की पहल
Global Patient Safety Action Plan 2021–2030
Medication Without Harm Initiative
Safe Surgery Saves Lives Program
Maternal & Newborn Safety Campaigns
📖 FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
Q1. विश्व रोगी सुरक्षा दिवस कब मनाया जाता है?
👉 हर साल 17 सितंबर को।
Q2. World Patient Safety Day 2025 की Theme क्या है?
👉 Safe maternal and newborn care for all: Building resilient healthcare systems
Q3. रोगी सुरक्षा क्यों महत्वपूर्ण है?
👉 ताकि मरीजों को सुरक्षित, गुणवत्तापूर्ण और भरोसेमंद स्वास्थ्य सेवा मिले।
Q4. यह दिन सबसे पहले कब मनाया गया?
👉 2019 में।
Q5. WHO ने Patient Safety के लिए क्या initiatives लिए हैं?
👉 Medication without harm, Safe surgery campaign, Global Patient Safety Action Plan 2021–2030।
✨ निष्कर्ष
विश्व रोगी सुरक्षा दिवस 2025 हमें याद दिलाता है कि मरीजों की सुरक्षा केवल स्वास्थ्यकर्मियों की नहीं, बल्कि पूरे समाज की जिम्मेदारी है। 2025 की थीम Safe maternal and newborn care इस बात पर जोर देती है कि यदि माँ और शिशु सुरक्षित होंगे तभी भविष्य स्वस्थ और सुरक्षित होगा।
हर व्यक्ति को चाहिए कि वह स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति जागरूक बने, सुरक्षित व्यवहार अपनाए और एक बेहतर, सुरक्षित और भरोसेमंद स्वास्थ्य प्रणाली के निर्माण में योगदान
Comments
Post a Comment