शशि कपूर: हिंदी सिनेमा के सदाबहार अभिनेता

Shashi Kapoor

परिचय

भारतीय सिनेमा के इतिहास में कई ऐसे कलाकार हुए जिन्होंने अपनी कला और व्यक्तित्व से दर्शकों के दिलों में अमिट छाप छोड़ी। शशि कपूर (Shashi Kapoor) उन्हीं में से एक थे। उनकी मुस्कान, रोमांटिक अंदाज़ और शानदार अभिनय शैली ने उन्हें बॉलीवुड के सबसे लोकप्रिय अभिनेताओं में शामिल कर दिया। वे सिर्फ हिंदी फिल्मों तक सीमित नहीं रहे, बल्कि अंतरराष्ट्रीय फिल्मों में भी उन्होंने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।

शशि कपूर का जन्म 18 अगस्त 1938 को हुआ और उनका निधन 4 दिसंबर 2017 को हुआ। अपने करियर में उन्होंने 116 से अधिक हिंदी फिल्मों और 12 अंग्रेज़ी फिल्मों में काम किया। साथ ही वे एक सफल निर्माता भी रहे।

प्रारंभिक जीवन और परिवार

Shashi Kapoor

शशि कपूर का जन्म कलकत्ता (अब कोलकाता) में हुआ था।

उनके पिता पृथ्वीराज कपूर भारतीय सिनेमा और थिएटर के बड़े स्तंभ थे।

उनकी माता का नाम रामसरनी कपूर था।

वे कपूर खानदान के तीसरे बेटे थे — बड़े भाई राज कपूर और दूसरे भाई शम्मी कपूर पहले ही फिल्मी दुनिया में स्थापित हो चुके थे।

बचपन से ही शशि कपूर का झुकाव अभिनय की ओर था। वे अक्सर अपने पिता के थिएटर पृथ्वी थिएटर में नाटक देखा करते थे और वहीं से उन्हें अभिनय की प्रेरणा मिली।

शिक्षा और बाल कलाकार के रूप में शुरुआत

शशि कपूर ने अपनी पढ़ाई डॉन बॉस्को स्कूल, माटुंगा (मुंबई) से की।

मात्र 4 साल की उम्र में उन्होंने रंगमंच पर कदम रखा।

उन्होंने अपने पिता के नाटकों में छोटे-छोटे रोल किए।

बतौर बाल कलाकार, वे राज कपूर की फिल्मों में भी दिखे।

फिल्मी करियर की शुरुआत

1961 में “धर्मपुत्र” फिल्म से उन्होंने बतौर हीरो बॉलीवुड में डेब्यू किया।

फिल्म को यश चोपड़ा ने डायरेक्ट किया था।

हालांकि शुरुआती फिल्में ज्यादा सफल नहीं रहीं, लेकिन 1965 में रिलीज़ हुई “जब जब फूल खिले” ने उनकी किस्मत बदल दी।

इस फिल्म में शशि कपूर का रोमांटिक अंदाज़ दर्शकों को बहुत पसंद आया और वे रातों-रात स्टार बन गए।

1960 का दशक – रोमांटिक हीरो की पहचान

1960 के दशक में शशि कपूर लगातार हिट फिल्में देने लगे।

जब जब फूल खिले (1965)

प्यार का मौसम (1969)

मेरा नाम जोकर (1970 – स्पेशल अपीयरेंस)

इन फिल्मों ने उन्हें एक रोमांटिक हीरो के रूप में स्थापित किया।

1970 का दशक – गोल्डन एरा

1970 का दशक शशि कपूर के करियर का स्वर्णिम काल था।

दीवार (1975) – अमिताभ बच्चन के साथ उनका किरदार आज भी याद किया जाता है।

मशहूर डायलॉग: “मेरे पास मां है”

कभी कभी (1976)

त्रिशूल (1978)

सुहाग (1979)

सिलसिला (1981)

इस दौर में शशि कपूर और अमिताभ बच्चन की जोड़ी को दर्शकों ने बेहद पसंद किया।

1980 और 1990 का दौर

1980 में उन्होंने अलग-अलग भूमिकाओं में काम किया।

शान (1980)

क्रोध (1980)

नमक हलाल (1982)

बेपनाह (1985)

न्यू दिल्ली टाइम्स (1986) – इस फिल्म के लिए उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार मिला।

1990 के बाद उन्होंने फिल्मों से दूरी बनानी शुरू कर दी।

अंतरराष्ट्रीय करियर

शशि कपूर पहले ऐसे बॉलीवुड अभिनेता थे जिन्होंने बड़े पैमाने पर अंग्रेज़ी फिल्मों में काम किया।

The Householder (1963)

Shakespeare Wallah (1965)

Heat and Dust (1983)

In Custody (1993)

Side Streets (1998)

इन फिल्मों ने उन्हें एक global star बना दिया।

निर्माता और थिएटर से जुड़ाव

1978 में उन्होंने फिल्म जुनून बनाई, जिसे राष्ट्रीय पुरस्कार मिला।

36 चौरंगी लेन (1981), कलयुग (1981), उत्सव (1984) जैसी फिल्मों ने उन्हें serious cinema का निर्माता बना दिया।

उन्होंने अपने पिता के पृथ्वी थिएटर को आगे बढ़ाया और मुंबई में इसका नया रंगमंच बनवाया।

उनकी बेटी संजना कपूर आज भी पृथ्वी थिएटर से जुड़ी हैं।

व्यक्तिगत जीवन

शशि कपूर की मुलाकात इंग्लैंड की अभिनेत्री जेनिफर केंडल से हुई और 1958 में दोनों ने शादी कर ली।

जेनिफर भी थिएटर से जुड़ी थीं।

उनके तीन बच्चे हुए –

1. कुणाल कपूर (एक्टर)

2. करण कपूर (फोटोग्राफर/एक्टर)

3. संजना कपूर (थिएटर पर्सनैलिटी)

1972 में जेनिफर के कैंसर से निधन ने शशि कपूर को गहरा आघात पहुँचाया।

पुरस्कार और सम्मान

शशि कपूर को अपने करियर में कई पुरस्कार मिले:

4 बार फिल्मफेयर अवार्ड

3 बार राष्ट्रीय पुरस्कार

2011 में पद्म भूषण

2015 में दादासाहेब फाल्के पुरस्कार (भारतीय सिनेमा का सर्वोच्च सम्मान)

निधन

4 दिसंबर 2017 को मुंबई में शशि कपूर का निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार थे।

उनकी अंतिम यात्रा में बॉलीवुड के बड़े-बड़े सितारे शामिल हुए।

रोचक तथ्य

शशि कपूर और अमिताभ बच्चन ने 12 से ज्यादा फिल्मों में साथ काम किया।

वे पहले बॉलीवुड अभिनेता थे जिन्होंने हॉलीवुड और इंग्लिश फिल्मों में नाम कमाया।

उनका असली नाम बलबीर राज कपूर था।

उन्होंने लगभग 116 हिंदी फिल्में और 12 अंग्रेज़ी फिल्में कीं।

FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)

Q1. शशि कपूर की पहली फिल्म कौन सी थी?

👉 बतौर हीरो उनकी पहली फिल्म धर्मपुत्र (1961) थी।


Q2. शशि कपूर का असली नाम क्या था?

👉 बलबीर राज कपूर।


Q3. शशि कपूर को दादासाहेब फाल्के पुरस्कार कब मिला?

👉 वर्ष 2015 में।


Q4. शशि कपूर की सबसे मशहूर डायलॉग कौन सा है?

👉 फिल्म दीवार का “मेरे पास मां है”।


Q5. शशि कपूर की पत्नी कौन थीं?

👉 ब्रिटिश अभिनेत्री जेनिफर केंडल।

निष्कर्ष

शशि कपूर भारतीय सिनेमा के इतिहास में एक ऐसे अभिनेता के रूप में जाने जाते हैं जिन्होंने न सिर्फ रोमांटिक फिल्मों में बल्कि गंभीर और अंतरराष्ट्रीय फिल्मों में भी अपनी छाप छोड़ी। उनकी मुस्कान, सादगी और अदाकारी ने उन्हें लाखों प्रशंसकों के दिलों का चहेता बना दिया।

उनका जीवन संघर्ष, सफलता और समर्पण का अद्भुत उदाहरण है।

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