Mohini Ekadashi (मोहिनी एकादशी )2025: महत्व, पूजा विधि और कथा
मोहिनी एकादशी हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र और पुण्यदायी व्रतों में से एक मानी जाती है। यह एकादशी वैशाख मास के शुक्ल पक्ष में आती है और इस दिन भगवान विष्णु के मोहिनी स्वरूप की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन व्रत रखने और विधिवत पूजा करने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
📜 मोहिनी एकादशी का इतिहास और पौराणिक कथा
मोहिनी एकादशी का उल्लेख कई पुराणों में मिलता है। समुद्र मंथन के समय जब देवताओं और असुरों के बीच अमृत को लेकर विवाद हुआ था, तब भगवान विष्णु ने मोहिनी स्वरूप धारण कर अमृत का वितरण किया था। इसी कारण इस एकादशी को मोहिनी एकादशी कहा जाता है। यह दिन मोह-माया से मुक्ति दिलाने वाला और मोक्ष की राह दिखाने वाला माना जाता है।
🌟 मोहिनी एकादशी का महत्व
इस दिन व्रत रखने से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं।
भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
जीवन में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहती है।
यह व्रत मोक्ष की प्राप्ति का मार्ग प्रशस्त करता है।
🛐 पूजा विधि (Mohini Ekadashi Puja Vidhi)
1️⃣ प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें। 2️⃣ व्रत का संकल्प लें। 3️⃣ भगवान विष्णु की प्रतिमा को गंगाजल से स्नान कराएं। 4️⃣ पुष्प, धूप, दीप और नैवेद्य अर्पित करें। 5️⃣ विष्णु सहस्रनाम और श्री विष्णु जी के मंत्रों का जाप करें। 6️⃣ रात्रि जागरण कर श्री हरि का कीर्तन करें। 7️⃣ अगले दिन द्वादशी को व्रत का पारण करें।
🍚 व्रत में भोजन (Diet During Fast)
व्रती दिनभर फलाहार करते हैं।
साबूदाना, फल, दूध और मेवे का सेवन किया जाता है।
अन्न और तामसिक चीजें वर्जित होती हैं।
🏵️ मोहिनी एकादशी का धार्मिक महत्व
हिंदू धर्म में एकादशी व्रत को भगवान विष्णु की आराधना का श्रेष्ठ साधन माना गया है। मोहिनी एकादशी विशेष रूप से मोह और माया से मुक्ति के लिए प्रसिद्ध है। यह व्रत आत्मशुद्धि और पवित्रता का प्रतीक है। कहते हैं कि इस दिन किए गए पुण्य कई गुना फल प्रदान करते हैं।
🌍 भारत में मोहिनी एकादशी के आयोजन
भारत के विभिन्न हिस्सों में मोहिनी एकादशी बड़े धूमधाम से मनाई जाती है। विशेष रूप से विष्णु मंदिरों में इस दिन विशेष पूजा-अर्चना और भजन-कीर्तन होते हैं। भक्तजन व्रत रखकर भगवान विष्णु के श्रीचरणों में अपनी श्रद्धा अर्पित करते हैं।
🙏 मोहिनी एकादशी व्रत कथा
एक समय धृतराष्ट्र ने श्रीकृष्ण से मोहिनी एकादशी के महत्व के बारे में पूछा। तब श्रीकृष्ण ने कहा कि यह व्रत मोक्ष प्रदान करने वाला है। कथा के अनुसार भद्रावती नामक नगर में धृष्टबुद्धि नामक एक पापी व्यक्ति था। उसने मोहिनी एकादशी का व्रत कर सभी पापों से मुक्ति पाई और मोक्ष प्राप्त किया।
🤔 FAQs
Q1. मोहिनी एकादशी कब मनाई जाती है? A1. यह वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है।
Q2. इस दिन कौन-से भगवान की पूजा होती है? A2. भगवान विष्णु के मोहिनी अवतार की पूजा होती है।
Q3. व्रत में क्या खा सकते हैं? A3. फल, दूध, साबूदाना आदि का सेवन किया जा सकता है।
Q4. मोहिनी एकादशी व्रत के लाभ क्या हैं? A4. पापों का नाश, मोक्ष की प्राप्ति और सुख-शांति मिलती है।
✨ निष्कर्ष
मोहिनी एकादशी का व्रत आध्यात्मिक उन्नति और आत्मशुद्धि का श्रेष्ठ माध्यम है। इस व्रत से व्यक्ति मोह और माया के बंधनों से मुक्त होकर भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करता है। यह दिन हर भक्त के लिए खास महत्व रखता है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाता है।
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